समय का खेल
समय का खेल
सिलसिले चलते रहेंगे,
रिश्ते टूटते रहेंगे।
जिन्हें जाना है वो चले जाएंगे,
निभाने वाले निभाते रहेंगे।
ये ज़माना गैरों का है गालिब,
यहां अपने भी मुंह पर मुकरते रहेंगे।।
सिलसिले चलते रहेंगे,
रिश्ते टूटते रहेंगे।
जिन्हें जाना है वो चले जाएंगे,
निभाने वाले निभाते रहेंगे।
ये ज़माना गैरों का है गालिब,
यहां अपने भी मुंह पर मुकरते रहेंगे।।