समय का चक्र
समय का चक्र
समय का यह चक्र हमेशा, दिन रात चलता रहता है,
हमारा नसीब कब चमकेगा, हम इन्तजार करते रहते है।
दुःख जब जीवन में आता है, तब हम परेशान हो जाते है
सफलता के नशे में हम भी, उपर से नीचे पटक जाते है।
मुसीबतें आने से जीवन में, सहना मुश्किल बन जाता है,
मायूस बनकर हम को भी, मजबूरी से जीना पड़ता है।
स्नेहीजन भी यह देखकर, हम से बहुत दूर हो जाते है,
अच्छे दिन वापस आने का, हम इन्तजार करते रहते है।
जिंदगी हमारी ऐसे ही बीतेगी , बस देखते ही हमें रहना है,
हम सब अकेले थे "मुरली", और अकेले ही हमें रहना है।
