स्कूल
स्कूल
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यदि अपने सपनों को हैं पाना
तो बच्चों रोज़ स्कूल हैं जाना
स्कूल सिखाता हैं हमें
अनुशासन और भाईचारा
सही शिक्षा मिल जाये तो
हो जाता हैं वारा-न्यारा
ज्ञान का इसमें भंडार
भरा हैं बहुत सारा
हो जाता हैं वारा-न्यारा
खेलकूद के नियम सीखते
देशभक्ति का पढ़ते पाठ
कला, संगीत सीखकर बच्चे
हो जाते कितने स्मार्ट
यही पे पढ़ के चिंटू बनता हैं
सबकी आँखों का तारा
हो जाता हैं वारा-न्यारा
खेलखेल में सीखें पढ़ना
कम्प्यूटर में खेले गेम
इंटरनेट चलाकर हम भी
बन जाते हैं फेमस नेम
कम्प्यूटर जी के आगे अब तो
मेडम जी ने दिल हैं हारा
हो जाता हैं वारा-न्यारा
भारी था बस्ता तब भी हमको
चैन बड़ा आता था
दूर बहुत था लेकिन हमको
स्कूल बहुत भाता था
ऊंच नीच का भेद नहीं था
सब मिलकर पढ़ते थे
टीचर जी के अनुशासन में आगे ही बढ़ते थे
क्या क्या इसके लाभ गिनाये
इसने कितनों को हैं सवारा
हो जाता हैं वारा-न्यारा
शाकिब, डेज़ी, गुरुमीत, टीना
जैसे इसने दोस्त दिए
यहीं का पीकर ठंडा पानी
हमने मिलकर साथ जियें
कितने गुरु हमारे थे
और हम उनके चेले
सुख दुःख सारे मिलकर
हमने कितने साथ हैं झेले
वार्षिक उत्सव और मेलों का
कितना सुंदर था नज़ारा
हो जाता हैं वारा-न्यारा
मम्मी के मन में हैं चाहत
बेर, मुरमुरा खाने की
पापा के मन में हैं अब भी
वापस स्कूल जाने की
भूल न पाये शाला के वो दिन
मुश्किल से होता हैं गुज़ारा
हो जाता हैं वारा-न्यारा
स्कूल जाकर इंदिरा गांधी
प्रधानमंत्री बन पाई थी
कल्पना चावला ने भी तो
अंतरिक्ष यान उड़ा पाई थी
तैर के शास्त्री जी ने भी तो
स्कूल से शिक्षा पाई थी
प्यारे अब्दुल कलाम जी ने
विज्ञान की ज्योत जलाई थी
सब लोगों को मैं बतला दूँ
स्कूल हैं खुशियों का खज़ाना
बच्चों रोज़ स्कूल ज़रूर हैं जाना।