*सकारात्मक सोच*
*सकारात्मक सोच*
जिंदगी के असली सत्य को,
हमें मन से स्वीकारना चाहिए|
जिंदगी के किसी भी मोड़ पर
हमें कभी ना घबराना चाहिए|
सुख भी आयेगें जीवन में,
दु:ख भी आयेगें जीवन में।
धूप और छाया के साए -
हरदम आयेगें जीवन में।
अपने हर पल के चिन्तन,
कर्म का आकलन करना है।
जो भी भूल हो गई है भूले से,
उस भूल को भी सुधारना है।
हर पल हमें आनंद की,
अनुभूति करनी चाहिए।
सकारात्मक सोच बनाकर,
क्रिएटिविटी करनी चाहिए।