सीना तान के -
सीना तान के -
सीना तान के वो खड़े रहे
सरहदों पर
ताकि जिन्दा रहे
सरहदों के अंदररहने वाले
वो खड़े रहते है सीना तान के
सरहदों पर
ताकि मान से रहे
सरहदों के अंदर रहने वाले
वो करते नहीं
जान की परवाह
सरहदों पर
ताकि शान से रहे
सरहदों के अंदर रहने वाले
खा जाते है वो गोलियां
हो जैसे कोई टाफियां
ताकि खाए न कोई खरोच भी
सरहदों के अंदर रहने वाले
ओ! वीर जवान मेरे देश के
रब से मांगूँ हर सुन्दर दुआ
तेरे शीश पे
तू सलामत रहे,
रहे जोश और होश
तेरे संग सदा
कि मेरे देश पे
झूलता है ये तिरंगा
तेरे होने से ही सदा
सब ने बदला बदला कहा
वीर जवानों ने
दहाड़ें के ही हिला दिया
दुश्मन का काफिला
आओ, आज एक प्रण ले
शहादतों से ज्यादा
हिम्मतों के हौसले
बढ़ा दे,
काबलियतों की सीमाएँ
फैला दे
इस कदर कि
मानवता के दुश्मन
दफ़न हो
अब कही
पाताल में
सीना तान के
