सिगरेट का कश
सिगरेट का कश
हर सिगरेट के कश की एक कहानी होती है।
उड़ने वाले धुएं में अक्सर दर्द और निराशा होती है।
सब में साहस कहाँ होता है,
अपनी कमजोरियों, अपने दर्द को खुलकर कहने का
डर लगता है समाज उन्हें कमतर ना समझ ले।
उड़ा लेते हैं धुएं में ख़ामोशी से अपने सारे डर
सिगरेट के दो कश लेते ही मर्दानगी का एहसास होता है।
चकनाचूर हुआ आत्मविश्वास,
फिर से एक बार खड़े होने की कोशिश करता है।
सिगरेट के पैकेट पर कैंसर की चेतावनी साफ़-साफ नज़र आती है।
पर मरने से ज़्यादा हुजूर यहाँ तो जीने से डर लगता है।