ख़्वाब
ख़्वाब
हर लड़की का ख्वाब चूल्हा नहीं होता
कुछ की आँखों में आसमाँ भी होता है
हाथों में कलम होती है
और अपनी किस्मत को अपने हाथों से
लिखने की ख्वाहिश भी होती है।
हर लड़की आम नहीं होती
कुछ ख़ास होतीं है मेरी तरह
जिनकी सोच चार दीवारी में कैद नहीं होती।
उन्हें उड़ने का शौक होता है
और लोगों को उनके पँख काटने का
फिर भी वो उड़ती हैं,
पंखों से नहीं तो अपनी लेखनी से ही सही।