मेरा रब जानता है
मेरा रब जानता है
मेरा रब जानता है मैंने जुनून की हद तक वफ़ा की।
यह सब जानें कि तूने ज़िंदगी भर मुझसे जफ़ा की।
मैंने कभी अकेले में, जो देखे थे सुंदर सलोने सपने।
वे सपने रह गये अधूरे, वे नहीं हो सके कभी अपने।
जब मैं अपने इस दिल के हाथों से मजबूर हुआ था।
बदक़िस्मती से मेरे दिल में प्यार का फ़ितूर हुआ था।
एक मैं हूं, जो तुझसे प्यार का रिश्ता निभाता गया।
और एक तू, जो शतरंज की बिसात बिछाता गया।
मैंने तुझे बार बार खुशी का पूरा अहसास कराया।
तूने मुझ से बेवफ़ाई करके मुझे ज़ार ज़ार रुलाया।
सच यह है कि बदक़िस्मत मैं नहीं, तू बदक़िस्मत है।
मुझमें प्यार की ख़ातिर कुछ भी करने की हिम्मत है।