शिक्षक को नमन
शिक्षक को नमन
जो रहे पेन्सिल पकड़ने से
लिखने तक के सफर में साथ, है गुरु वही
जो है ज्ञान का अनन्त भंडार, है गुरू वही
जो है हर कला में निपुण निरंतर, है गुरू वही
जो सिखाए मुश्किलों से डट कर सामना करना, है गुरु वही
जो रखे स्वयं से पहले दूसरों को, है गुरु वही
जो सिखाए जीवन के असली मायने, है गुरु वही
जो दे हम सभी का हमेशा साथ, है गुरु वही
हमारे उन सभी गुरुओं को शत-शत नमन
एवं हृदय से अभिनन्दन है।।