उड़ लेगी मन से जी लेगी अपने हिस्से का जीवन तो क्या अनर्थ हो जाएगा उड़ लेगी मन से जी लेगी अपने हिस्से का जीवन तो क्या अनर्थ हो जाएगा
पहले मेरी भूख मिटाई। दर्द में मरहम लगाई। पहले मेरी भूख मिटाई। दर्द में मरहम लगाई।
वो शर्मा के जब दूर गई, बांहों में भर तब गले लगाया वो शर्मा के जब दूर गई, बांहों में भर तब गले लगाया
फिर क्या है जो बाक़ी रह गया है। कुछ तो है जो ख़ाली रह गया है। फिर क्या है जो बाक़ी रह गया है। कुछ तो है जो ख़ाली रह गया है।
जो सिखाए मुश्किलों से डट कर सामना करना, है गुरु वही जो सिखाए मुश्किलों से डट कर सामना करना, है गुरु वही
किसी के हाथ कुछ ना बंदे ये सब है उसके लेख। किसी के हाथ कुछ ना बंदे ये सब है उसके लेख।