शिक्षा का मोल
शिक्षा का मोल
शिक्षा के लिए हमने क्या क्या न किया,
जीवन की कमाई शिक्षा में लगा दिया,
खेत, खलिहान, और मकान बेच दिया,
जीवन का सुख चैन, आराम खो दिया l
आज की शिक्षा का ऐसा हाल है,
देश का होनहार इंजीनियर बेकार है,
नेता कहते हैं देश तरक्की कर रहा है,
रोजगार नहीं स्वरोजगार पर जोर दे रहा है l
लोग एक तरफ कोरोना से परस्त हैं,
देश के नेता कुर्सी क़ी दौड़ में व्यस्त हैं l
शिक्षा का मोल कौन समझाएगा,
देश के नेता को खाक समझ आएगा,
वो तो पहले अपनी कुर्सी बचाएगा l
शिक्षा के लिए हमने क्या क्या न किया,
शिक्षा का मोल हमें कौन समझायेगा l
*Madan Gankoti