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Madan Kumar Gankotiya

Abstract

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Madan Kumar Gankotiya

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दिल की राहें

दिल की राहें

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दिल की राहें देख रहीं हैं,

तुमको इस कदर, 

और तुम हो इस दुनिया से बेखबर l


चाहत की हदें हमने तोड़ी,

उनझनें भी मिटा दी,

कुछ भी ना सोचा हमने,

नफरतें मिटा दी इस कदर l

सपनों में भी सजाये रखा,

दिल की राहें देख रहीं हैं,

तुम्हें पाने को इस कदर, 

और तुम हो इस दुनियां से बेखबर l


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