सहारा
सहारा
सहारा कायर का
आभूषण, सहारा
निराश, हताश का
शस्त्र-शास्त्र!!
एकला चलो, सिंह,
शेर का पथ, दृष्टि,
दृष्टिकोण सहारा
सिर्फ स्वयं, आत्म
विश्वास का ह्रास!!
स्वयं धैर्य, दृढ़ता,
शक्ति, साहस, संघर्ष
समय,भाग्य सबका
लिखता परमेश्वर!
कर्म से परमात्मा का
लेख मिटाता, स्वयं का
लेख बनता सहारा का
सत्यार्थ!!
समय, सबके लिए एक
समान ना ज्यादा, ना कम,
समय निरपेक्ष,निर्विकार,
चलता एक समान सबके
साथ!!
सहारा ईश्वर, अदृश्य का,
स्व में समाहित स्व
अस्तित्व, परिधान, पथ
विजय को नहीं आवश्यकता!
हार, पराजय का
सहारा, साथ व्यक्ति,
व्यक्तित्व का अस्तित्व
अकेला जिंदगी में
आना, जाना अकेला
सहारा बचपन का यथार्थ,!!
जिंदगी से विदा लेता
इंसान चार कंधों के
सहारे, शोभा, सत्य
प्रमाण!!
जीवेत, जाग्रत,
पराक्रम को चाहिए
नहीं सहारा, सहारा
पराजय, परिवर्तन का
ताना-बाना, समय,
संसार!!
सहारा विरोचित व्यवहार
नहीं, सायमित, संतुलित,
दूरदृष्टि को नहीं चाहिए
सहारा!
क्योंकि डूबते को
तिनके का सहारा मात्र
मुहावरा भंवर की गहराई,
ताकत, बहते तेज धार
नाज-नजाकत नहीं
सकती कुछ भी बिगाड़!!
बीरोधित व्यक्तित्व,
सहारे का मोहताज नहीं
सहारा अक्षम आचार,
सत्कार!!
- नंदलाल मणि त्रिपाठी, पीतांबर, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश!!
