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Surendra kumar singh

Abstract

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Surendra kumar singh

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शांति

शांति

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अद्भुत शांति के क्षणों में

तुम्हारा आना

मुझे समझना

और समझकर मेरी

 हर जरूरत की सम्पूर्ति करना।

एक जागरण की तरह है

या फिर उसी शांति के साथ

दुनिया के बाजार में

 सक्रिय होने को अपेक्षित है।

विश्वास है

हर कदम शांति ,संग मनुष्य की तरफ

उसके सौंदर्य की तरफ

उसकी मनुष्यता की तरफ।

 न कोई देश

 न कोई धर्म

 न प्रेम जैसा कुछ

बस मनुष्य होने की जिम्मेदारी भर

अपने को व्यक्त करने की कोशिश भर।


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