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D.N. Jha

Inspirational

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D.N. Jha

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शांति संदेश

शांति संदेश

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मायापती को देखो वो बांधने चला।

दुर्योधन के सर पर आई कोई बला।

विवेक मर गया है नाश जा गया है-

जाने किस मद में मूर्ख चूर है भला।


कृष्ण पहुंचे शान्ति की याचना लेकर।

लौटे अंतिम प्रयास शांति संदेश देकर।

दुर्योधन अस्वीकार किया शांति संदेश-

लगता अंतिम फैसला होगा युद्ध होकर।


माया पति की माया देख हुए चकित कुरुवंश।

लगता है कोई अवतारी पुरुष या उनके अंश।

भगवान श्री कृष्ण के विराट रूप देख घबराए-

बात न माना दुर्योधन निश्चय अब होगा विध्वंस।


धर्म की स्थापना के लिए अवतरित विष्णु के अंश।

निपटाया उन्होंने आततायी शासन मथुरा से कंस।

मानव रूप में आकर दी न जाने कितनों को मुक्ति-

समूल समाप्त कर दिया उन्होंने दुष्ट कौरवों का वंश।



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