पंखुरी के बीच बैठे आपको पाते काश ! तुम आते धरा पर। पंखुरी के बीच बैठे आपको पाते काश ! तुम आते धरा पर।
एक नजर की बात है तेरी तो पर मेरा अहम् सवाल यही। एक नजर की बात है तेरी तो पर मेरा अहम् सवाल यही।
मैं पूजा का दीप अकंपित, तू प्रस्तर प्रतिमा है अविचल मैं पूजा का दीप अकंपित, तू प्रस्तर प्रतिमा है अविचल
नित्य नए पेड़ लगाएं, प्रदूषण मुक्त धरा बनाएँ। नित्य नए पेड़ लगाएं, प्रदूषण मुक्त धरा बनाएँ।
पुनः शकुनि की कपट-चाल से, एक युधिष्ठिर छला गया है । पुनः शकुनि की कपट-चाल से, एक युधिष्ठिर छला गया है ।
जीवन पथ में आगे बढ़ती दो कदम कभी पीछे हटती थोड़ा ठहरती ,आत्मसात करती जीवन पथ में आगे बढ़ती दो कदम कभी पीछे हटती थोड़ा ठहरती ,आत्मसात करती