वट तुम्हारी रागमयता आज मुझ पर झर रही है। वट तुम्हारी रागमयता आज मुझ पर झर रही है।
सावन के आते ही, सजते मंदिर और शिवाले और शुरू होती है, काँवड़ यात्रा शिव भक्तों की, जो, ... सावन के आते ही, सजते मंदिर और शिवाले और शुरू होती है, काँवड़ यात्रा शिव...
अगर ये जिह्वा रहे न वश में यही समझ लो मदन छलेगा अलग रखो तुम सदा फ़िकर को वरन तुम्हारा बदन गलेगा अगर ये जिह्वा रहे न वश में यही समझ लो मदन छलेगा अलग रखो तुम सदा फ़िकर को वरन त...
हरित पत्ती, ह्रदय उमंग हुआ वसंत में नव जीवन का संचार हुआ। हरित पत्ती, ह्रदय उमंग हुआ वसंत में नव जीवन का संचार हुआ।
दृग कर रहे हैं मधुर सपनों का आलिंगन अहा बसंत का हो रहा आगमन। दृग कर रहे हैं मधुर सपनों का आलिंगन अहा बसंत का हो रहा आगमन।
रुखाई तुम्हारी करती है बेचैन धरती उत्सव मना रही रुखाई तुम्हारी करती है बेचैन धरती उत्सव मना रही