पुनः शकुनि की कपट-चाल से, एक युधिष्ठिर छला गया है । पुनः शकुनि की कपट-चाल से, एक युधिष्ठिर छला गया है ।
सब कुछ तो यहाँ साखी माया है टूटते है शीशे पत्थर की चोट से सब कुछ तो यहाँ साखी माया है टूटते है शीशे पत्थर की चोट से
जख्म देकर पूछते हो दर्द हो रहा है क्या वजह तो बताओ जरा इतने मजबूर थे क्या । जख्म देकर पूछते हो दर्द हो रहा है क्या वजह तो बताओ जरा इतने मजबूर थे...