सेना के संदेश
सेना के संदेश
तेरा वैभव अमर रहे माँ
हम दिन चार रहे न रहे,
तेरी मिट्टी पे हमारी छाप अमर है
बुंद-बुंद रक्त कि दासता कहे
तिरंगे का गौरव न झुकने देंगे
मर मिटेंगे तेरे वजुद के लिए,
मुल्क का शौर्य न कम होगा
अंतिम क्षण तक देश के लिए जिए
तेरी मिट्टी मे जन्म लिया था
तेरी मिट्टी मे अंतिम विदाई,
तेरी गोद मे पला-बड़ा था
आज तुझसे ले रहा हूँ जुदाई
माँ मेरे जाने पे आँसू न बहाना
उस वीर बेटे की जननी है तू
शहीद हो के तो अमर हुआ मैं
यह पुरी जनगणना को बताना !