सड़क
सड़क
वो सड़क
जो जा रही थी तुम्हारी घरों तक
शायद अब भी जाती होगी
परंतु पता नहीं
उन सड़कों पर
अब पग क्यों है डगमाती
उस जमाने में
कच्ची थी वो सड़क
बरसात के दिनों में
कीचड़ से लथपथ
गर्मी में जलती थी पांव
फिर भी चल लेते थे नंगे पांव
शायद अब तो पक्की भी हो गई होगी
कार मोटर वाहन भी चलती होगी
पर लगता है दूर
बहुत दूर
शायद अनिच्छा
पर अनिच्छा क्यों
पता नहीं
तजुर्बे ने जो सिखाया
वह यह की
इस रास्ते चलना
अब सही नहीं।