सावन
सावन
सावन आया महका मौसम,भीगा भीगा है समां,
गाते हैँ मीठी मीठी मल्हारें, हर पल ये जुबां!
सावन के झूलों पर सखियों संग पिंग बढ़ाते हैँ,
नैहर के सावन के वो दिन याद बहुत आते हैँ !
ये सावन का महीना है एक बड़ा चितचोर,
काली काली घनघोर घटाएं छाई हैँ चारों ओर !