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उसे किसी दर्द का एहसास नहीं था क्योंकि उसके अंँदर बहुत भयंँकर दर्द था। उसे किसी दर्द का एहसास नहीं था क्योंकि उसके अंँदर बहुत भयंँकर दर्द था।
मां और तुम कैसे अकेले रहोगी यही चिंता है। यह सुनकर सेवंती का चेहरा मुरझा गया। मां और तुम कैसे अकेले रहोगी यही चिंता है। यह सुनकर सेवंती का चेहरा मुरझा गया।
"क्या तुम मुझे शहर ले जा सकते हो? मेरे गोविंद के पास।" "क्या तुम मुझे शहर ले जा सकते हो? मेरे गोविंद के पास।"
झील में जो आधी रात को परछाईं दिखाई देती थी वो किसकी थी। झील में जो आधी रात को परछाईं दिखाई देती थी वो किसकी थी।