I'm Ragini and I love to read StoryMirror contents.
जी लो आज कल नहीं होगा समझाती धूप........ जी लो आज कल नहीं होगा समझाती धूप........
बाहर से शांत अनवरत चमचमाती हुई धूप बाहर से शांत अनवरत चमचमाती हुई धूप
लिखूंगी कहानी एक अनूठी मैं बनूंगी एक इबारत सी नयी मैं..... लिखूंगी कहानी एक अनूठी मैं बनूंगी एक इबारत सी नयी मैं.....
केसरिया धरा, मन है भरा, जैसे कोई खींचे मेरी डोर है केसरिया धरा, मन है भरा, जैसे कोई खींचे मेरी डोर है
कोरे कागज से, इस हृदय पटल में उनकी यूं यादें, अंकित कर जाते हो कोरे कागज से, इस हृदय पटल में उनकी यूं यादें, अंकित कर जाते हो
बजत बधाई तुरही बाजे न्यारी सी छवि में शिव हैं...। बजत बधाई तुरही बाजे न्यारी सी छवि में शिव हैं...।
तुम बसंत मेरे मन मंदिर के क्यों ना मैं तुमसे मनुहार करूं। तुम बसंत मेरे मन मंदिर के क्यों ना मैं तुमसे मनुहार करूं।
ऐ बसंत तुम आये हो तो, पिय को साथ लिवा लाते। ऐ बसंत तुम आये हो तो, पिय को साथ लिवा लाते।