साड़ी का खुमार
साड़ी का खुमार
साड़ी का खुमार चढ़ा सा लगता है
पति का चेहरा उड़ा सा लगता है
पल भर में कैसे खाली होती जेबें
पल भर में कैसे खाली होती जेबें
बचत का सपना बेगाना लगता है
साड़ी का खुमार चढ़ा सा लगता है
पति का चेहरा उड़ा सा लगता है
सात स्कीमों से बना सेलों का ये बंधन
पत्नी ने खोला है झट से पति का ए टी एम
सात स्कीमों से बना सेलों का ये बंधन
पत्नी ने खोला है झट से पति का ए टी एम
हैं नई साड़ी, पहन लाई, नई डिजाइन
होठ है खामोश लेकिन कह रही धड़कन
पति तो कंगाल भिखारी लगता है
हर घर में बीवी का राज ही चलता है.
