रूहानी एहसास
रूहानी एहसास
तेरे मेरे बीच
ये जो भी रूहानी एहसास है,
कुछ तो गहरा सा कोई राज़ है।
फासले है बहुत तेरे मेरे दरमियां,
पर लगता है तू कहीं मेरे आसपास है।
मगर ये जो भी है, जैसी भी है,
तेरी मेरी दोस्ती के इस रिश्ते पर मुझे नाज़ है।
तेरे चेहरे पर ये खुशी,
तेरे होठों की ये हंसी, मेरे लिए बहुत खा़स है
क्या मांगू उस खुदा से अब,
जुबान पर हमेशा बस तेरे लिए अरदास है।