रुक, जाना नहीं
रुक, जाना नहीं
रुक, जाना नहीं, अपने घर को छोड़ के,
पुलिसदेव तुझे भेज देंगे तोड़ के!!
तू तेरी बाबू,सोना,मुन्नी-टुन्नी सबको भूल जा,
तू घर में खेल-कूंद गाना गा चाहे फ़िज़ूल खा,
घर में सो जा तू चाहे रजाई ओढ़ के!
रुक, जाना नहीं, अपने घर को छोड़ के,
पुलिस देव तुझे भेज देंगे तोड़ के!!
तुम्हारी चाउमिन फुलकी मुल्की याद ना करो,
तुम्हारी डेरी मिल्क केक कुल्फी याद ना करो,
घर में खाओ तुम चना चवैना फोड़ के!
रुक, जाना नहीं, अपने घर को छोड़ के,
पुलिस देव तुझे भेज देंगे तोड़ के!!
