रंगोत्सव
रंगोत्सव
होली का त्योहार
फैली रंगों की बहार
झूमे सभी नर और नार
रंग रंगीला दिखे घर संसार।
रगोंत्सव रंगों का
मौज और मस्ती का
प्रेम,मेल व भाईचारे का
वैरभाव ,द्वेष भूल गले मिलने का।
रंगोत्सव भरता जोश
बच्चे बूढ़े नाचे हो मदहोश
गिले-शिकवे त्यागे सब रोष
पाएँ खुशियाँ मस्ती मन मौज।
रंगोत्सव के आते ही
वातावरण है खिल जाता
न सर्दी न गर्मी, मौसम सुहाता
हँसी खुशी की खुशबू जीवन महकाता।