ब्रज आँगन की यही लाडली, प्रेम अमिय बरसाय ब्रज आँगन की यही लाडली, प्रेम अमिय बरसाय
न सर्दी न गर्मी, मौसम सुहाता हँसी खुशी की खुशबू जीवन महकाता। न सर्दी न गर्मी, मौसम सुहाता हँसी खुशी की खुशबू जीवन महकाता।