रिश्ते खिल जाते हैं
रिश्ते खिल जाते हैं
जब मैं और तुम मिलते हैं
तब जाकर हम बनते हैं
जब हम बन जाते हैं
तो रिश्ते खिल जाते हैं।
जब रिश्ते खिल जाते हैं
हर दिल तब मुस्कुराते हैं
जब सब मुस्कुराते हैं
तब गम सारे मिट जाते हैं।
तो आओ इस होली की आग में
सब अपनी मैं को जला दो
प्यार इतना बरसाओ हर रिश्ते में
मैं तुम को हम बना दो।
जो है लाचार कोई किसी बात से
उस पर प्यार का मरहम लगा दो
होली का यही सच्चा मतलब है
हर एक को गले लगा लो।