रहे अमर अहिबात सजनी
रहे अमर अहिबात सजनी
आज सुहागिनों का हृदय हुआ जाता कैसा अधीर।
चंद्र-दर्शन के बाद ही पीएँगी पिया के हाथों से नीर ।।
करवा चौथ को सुहागिनें मांगे पति की लंबी आयु ।
अमर रहे सौभाग्य अहिबात का सजना हों दीर्घायु ।।
सजाये मेहंदी से हथेलियां और काज़र लगाए नैन।
पिया जी को भाए सजनी और चुराए नींद और चैन ।।
जोड़ियाँ अमर रहे और रहे साथ सदा खुशहाल।
करवाचौथ का व्रत ज़रूर रखें सुहागिनें प्रत्येक साल।।
अमर हो अहिबात सजनी, चमकता रहे मांग सिंदूर।
सजना सजनी साथ रहें, कभी दिल से ना जायें दूर।।