राष्ट्रप्रेम गीत (2)
राष्ट्रप्रेम गीत (2)
मेरे देश पे, कुर्बान जाऊँ मैं,
जो उठाये आंख, जमींदोज आऊँ मैं
मेरे देश का, जग में नाम है।
जो करे बदनाम, सरफोड आऊँ में।।
मेरे देश को, जो बुरा कहे।
जा मैं उसकी, जुबां खींच लाऊँ मैं।।
मेरे देश से, गद्दारी जो करे।
छोड़ूँ न उसे, गाड़ आऊँ मैं।।
मेरे झंडे का, अपमान जो करे।
जाके उसके, हाथ काट लाऊँ मैं।।
देश का नमक, हराम जो करे।
जाके उसको, खदेड आऊँ मैं।।