Sunil Gupta teacher
Children
चिड़िया घर में,
चिड़िया रहती
और जानवर,
रहते हैं।
आओ बच्चों,
हम से मिलने,
छुट्टी में वो,
कहते हैं ।।
सैनिक का महत्...
मातृभूमि प्रे...
बाल कविता ...
बाल कविता
स्वार्थ भरी इस दुनिया में, वो निस्वार्थ प्रेम करते हैं हाँ वो पापा हैं मेरे...। स्वार्थ भरी इस दुनिया में, वो निस्वार्थ प्रेम करते हैं हाँ वो पापा हैं मेरे...
जिस दिन तू खुद बाप बनेगा, पता चल जाएगी पैसा कैसे कमाया जाता है। जिस दिन तू खुद बाप बनेगा, पता चल जाएगी पैसा कैसे कमाया जाता है।
अरे खुल कर रो तो लेने दे मेरे दिल।। कब तक तू समझायेगा मेरे दिमाग को।। अरे खुल कर रो तो लेने दे मेरे दिल।। कब तक तू समझायेगा मेरे दिमाग को।।
कभी बहू, कभी ऊंचे पद पहुंचकर, देश व कुल का रोशन किया। कभी बहू, कभी ऊंचे पद पहुंचकर, देश व कुल का रोशन किया।
आंखों पर रंगीन चश्मा ,लिए हाथ में कीमती मोबाइल। देखो तो युवा पीढ़ी का यह नया स्टाइल! आंखों पर रंगीन चश्मा ,लिए हाथ में कीमती मोबाइल। देखो तो युवा पीढ़ी का यह नया...
आज सावन से पहले मैने शहर में इंद्रधनुष देखा, हर ओर सावन की दस्तक को मैने देखा,।। आज सावन से पहले मैने शहर में इंद्रधनुष देखा, हर ओर सावन की दस्तक को मैने देख...
खुद घर में रहकर पूरी दुनिया के बारे में वो मुझे समझाती थी। खुद घर में रहकर पूरी दुनिया के बारे में वो मुझे समझाती थी।
रूठता नहीं अब मैं ! जानता हूँ कि मुझे मनाने वाली वो मेरी माँ नहीं रही । रूठता नहीं अब मैं ! जानता हूँ कि मुझे मनाने वाली वो मेरी माँ नहीं रही ।
घौंसला टूट जाये तो कोई बात नहीं मगर, हौसला टूटने से हमें बचाना होगा। घौंसला टूट जाये तो कोई बात नहीं मगर, हौसला टूटने से हमें बचाना होगा।
बच्चे के इस सहज प्रार्थना को सुनकर दादा जी की आंखों में भी आंसू आ गए. बच्चे के इस सहज प्रार्थना को सुनकर दादा जी की आंखों में भी आंसू आ गए.
आज भी वो पल याद आता है कैसे अपनी बात मनवाने के लिए अखबार छुपाते थे, आज भी वो पल याद आता है कैसे अपनी बात मनवाने के लिए अखबार छुपाते थे,
जब एक चिड़िया आती मेरी वाटिका में तिनका लेकर, मन खुश हो जाता है. जब एक चिड़िया आती मेरी वाटिका में तिनका लेकर, मन खुश हो जाता है.
याद रहे ये दीपोत्सव, अब कुछ नई सीख सिखलाने को। याद रहे ये दीपोत्सव, अब कुछ नई सीख सिखलाने को।
जित देखो प्रकाश की माया। बिन प्रकाश के दिखे न काया।। जित देखो प्रकाश की माया। बिन प्रकाश के दिखे न काया।।
गायत्री वैदिक मंत्र की देवी का नाम है जिसमें श्लोक की रचना की गई है। गायत्री वैदिक मंत्र की देवी का नाम है जिसमें श्लोक की रचना की गई है।
मुआँ पेड़ उगे तो हिला कर उससे अम्मा की झोली भर दूँ। मुआँ पेड़ उगे तो हिला कर उससे अम्मा की झोली भर दूँ।
जिन्होंने एक पत्थर को तराश हीरे की शक्ल दी गई। जिन्होंने एक पत्थर को तराश हीरे की शक्ल दी गई।
प्रिया तू तो बिलकुल अकेली पड़ गई तब तेरी बहुत याद आती है मां। प्रिया तू तो बिलकुल अकेली पड़ गई तब तेरी बहुत याद आती है मां।
मगर, यह तो बताओ, क्या मैं तुम्हारी नहीं, कोई पराई हूं ? मगर, यह तो बताओ, क्या मैं तुम्हारी नहीं, कोई पराई हूं ?
प्रसारित करना होगा ताकि सबकोई संस्कृत को ओर ज्यादा आसानी से सीख और बोल पाएं। प्रसारित करना होगा ताकि सबकोई संस्कृत को ओर ज्यादा आसानी से सीख और बोल पाएं।