बाल कविता ५
बाल कविता ५
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गुड़िया रानी,
नहीं रूठना,
मेला सैर करायेंगे।
मेला से,
टेडी ले आना,
हम सब उसे,
खिलाएंगे ।।
गुड़िया रानी,
नहीं रूठना,
मेला सैर करायेंगे।
मेला से,
टेडी ले आना,
हम सब उसे,
खिलाएंगे ।।