चांदनी रातें और शब्दों की छाया
चांदनी रातें और शब्दों की छाया
चांदनी रातें आकाश में खोएं,
सितारों की बातें हमसे कहें।
चाँदनी की रौशनी में लिपटा,
आसमानी स्वप्नों का सफर।
गीतों की बहार, शब्दों की मिठास,
सुरों का संगीत है सजा।
भव्य रातों में छाई रहे,
शब्दों की कविता की छाया।
जगमगाते सितारों के साथ,
कहानियों की भीड़ में लिपटा।
अनगिनत शब्दों का समारोह,
कविता की महक में खोया।
चांदनी रातों की मिठास में,
कविता की छाया सहज सा लगा।
अलग-अलग भावनाओं का सफर,
कविता के सफल अभिवादन में लिपटा।
शब्दों की मजबूती से बनी,
कविता की रातें हमें आकर्षित करती हैं।
चांदनी रातों के माधुर्य में,
शब्दों की कविता है अद्वितीय।
चांदनी रातें बोलती हैं खुद से कहानी,
शब्दों की छाया में, रौंगतें होती हैं सुनहरी।
आकाश में रंगीन सितारों की मिठास,
कविता की बातें, दिल को छू जाती हैं खास।
चांदनी की किरणों में छुपा है सपनों का आलम,
शब्दों की सुरीली मुस्कान, करती हैं सबको आकर्षित।
हर शब्द एक कहानी का हिस्सा होता है,
चांदनी रातों में, शब्दों का होता है समर्पण।
रात की सीधी राहों में, शब्दों का सफर,
कविता की छाया में, मिलता है सुकून का आसरा।
चांदनी रातों की मधुर राह में, शब्दों की होती है मिठास ,
शब्दों की कविता, चांदनी रातों का है साकी।
चांदनी रातों का माहौल, शब्दों की मिठास से भरा,
कविता की सुरीली आवाज, छू जाती है हर दिल को प्यारा।
शब्दों की छाया में बसी है अद्वितीय कहानी,
चांदनी रातों की रौशनी में, बदलता है अंधकार का बोझ।
सजीव होती हैं शब्दों की प्रेम कविता,
चांदनी रातों में, बसती है विश्व की सुंदरता।
शब्दों का संगम, चांदनी की किरणों से,
बनाता है स्वप्नों का आलम, हर शब्द में होता है सहेज।
चांदनी रातों की रिमझिम, शब्दों की कविता में,
हर शब्द एक ताजगी, बदल जाता है माहौल किसी में।
शब्दों का खेल, चांदनी की रातों में खिलता है,
चांदनी रातों और शब्दों की छाया में, अद्वितीय भावनाएं मिलती हैं।
कविता का सफर हमें ले जाता है नए सपनों की ऊँचाइयों में।
शब्दों की छाया में भीगते हुए, चांदनी रातों की मिठास महसूस करते हैं,
चांदनी की रातों में, शब्दों की कविता बनती है कहानी,
व्यक्ति और इस सृष्टि के बीच बसा हुआ हर एक रहस्य उजागर होता है।
शब्दों का संगम, चांदनी की रातों में समाहित होता है,
कविता की छाया में हम संसार की सुंदरता को पहचानते हैं।
चांदनी रातों की धूप में, शब्दों की छाया सुलगती है,
हमारी आत्मा सुख के उच्चतम शिखरों की ओर बढ़ती है।
