STORYMIRROR

Siddhi Diwakar Bajpai

Inspirational

3  

Siddhi Diwakar Bajpai

Inspirational

राष्ट्रीय एकता

राष्ट्रीय एकता

1 min
292

भारत में सब एक समान,

क्या हिन्दू क्या मुसलमान,

धर्म के नाम पे बाँटा सबको...

खो गई है सबकी पहचान।


दिन ना पूँछे रात न पूँछे,

जीव जंतु कोई जात न पूँछे,

बन गए हैं हम सब नादान...

खो गई है सबकी पहचान।


जात न पूँछे कभी प्रभात,

न पूँछे है किसकी रात,

एक कुटुम्ब के रहने वाले...

पेड़ न पूँछे किसकी पात।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational