राजा तेरी मुट्ठी में क्या है !
राजा तेरी मुट्ठी में क्या है !
राजा तेरी मुट्ठी में क्या है?
मुट्ठी में है तक़दीर
भारत भाग्य विधाता की
राजा जी आपकी मुट्ठी चमचमा रही है
अरे ये इलेट्रोनिक मिडिया है
जो काम करता है
भ्रम और विभ्रम फैलाने का
और अर्जित करता है मुनाफा
और कमाता है हमारी कृपा
और क्या है मुट्ठी में राजा जी
मुट्ठी में है संसद का दो तिहाई बहुमत
लगाम कस दी है अपने सांसदों की
आपकी मुट्ठी तो लाजवाब है!
और भी कुछ होगा मुट्ठी में
है क्यों नहीं / मुट्ठी में है सेना और सेनापति
बीएसफ/ सी.आर.पी.एफ. / तिब्बतन बोर्डर सिक्यूरिटी फ़ोर्स
पुलिस है, सशस्त्र बल है, फिर खुफिया तंत्र है
सी.बी.आई. है, सी.आई.डी.है, एन.आइ.ए. है
और इन सब को हांकने के लिए एक कोड़ा भी है
जैसा हांका जाए वैसे चलो
विरोध होते ही कोड़ा उन्हें लपक लेता है
वाह क्या खूब है ! और भी कुछ है ?
है क्यों नहीं?
विकास है, कोर्पोरेट जगत है, विदेशी निवेशक है
कहीं आप तो उनकी मुट्ठी में नहीं है
क्या कहा ?
मेरी कहने की औकात कहाँ ?
राजा ने मुट्ठी भिंची
मुट्ठी से खून बहने लगा
राजा जी कहीं आपको चोट तो नहीं लगी
वे हँसे और खिलखिलाकर हँसे
ये विरोधियों का खून है
विकास की राह को प्रशस्त करना है
विकास की राह में जो भी आयेगा
बुलडोजर के नीचे पिस जायेगा
विकास को सरपट दौड़ाना है
भारत को विश्व गुरु बनाना है
भारत माता की जय
उद्घोष/ जरा जोर से करो उद्घोष