राज़ ही रहने दो
राज़ ही रहने दो
हमसे जो तुम्हे मोहब्बत है
उस सिर्फ एक ख्वाब ही रहने दो
हमारे इस पवित्र रिश्ते को
एक अनोखा एहसाह ही रहने दो
ना होगा ज़माने का कोई डर
ना होगी अपनों की फिकर
हमसे मिलने की ख्वाहिश को
बस दिल की आस ही रहने दो
ना है कोई गिला तुमसे
ना है कोई तुमसे शिकवा
पर हमारे इस रजा को भी
तुम एक राज ही रहने दो।