प्यारा सा यार...
प्यारा सा यार...
तुमने पुछा प्यार करते हो
मेने बोला " नही तो.."
तुम रूठ गये मेरे मनाने से पहले
ये बात रेह गयी वही तो....
क्युकी प्यार तो बस एक एह्सास है
जिस्से मेरा मन नही भरता
तुम आस्मा हो मेरा सारा
जो चाँदनी के बिन ना रहता..
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तुम इबादत हो मेरेलीये
उस खुदा की दुवा की तरह
जिससे आयत मे मांगता हूँ
के सलामत रहे मेरा यार सदा...।

