प्यार एक एहसास
प्यार एक एहसास
बँधन से परे,
प्यार एक एहसास,
सिर्फ प्यास,
नहीं कोई आस।
बेकाबू दिलों की,
बातें खास,
एक मीठी चुभन,
उखड़ती साँस।
दिल ~ए ~बेचैनी,
नजरों का भरम,
झुकती पलकें,
उड़ती शरम।
गर्म ज़िस्मों की,
नीयत साफ,
बँधन से परे,
प्यार एक एहसास।
इशारों की समझ,
करे और मस्त,
पिघलते बदन में ,
रचते रास।
हर अंग मगन,
नीला सा गगन,
एक - दूजे के,
बन गए दास।
दो ज़िस्म एक,
चारों ओर ताप ,
बँधन से परे,
प्यार एक एहसास।

