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Praveen Gola

Romance

3  

Praveen Gola

Romance

प्यार एक एहसास

प्यार एक एहसास

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बँधन से परे,

प्यार एक एहसास,

सिर्फ प्यास,

नहीं कोई आस।


बेकाबू दिलों की,

बातें खास,

एक मीठी चुभन,

उखड़ती साँस।


दिल ~ए ~बेचैनी,

नजरों का भरम,

झुकती पलकें,

उड़ती शरम।


गर्म ज़िस्मों की,

नीयत साफ,

बँधन से परे,

प्यार एक एहसास।


इशारों की समझ,

करे और मस्त,

पिघलते बदन में ,

रचते रास।


हर अंग मगन,

नीला सा गगन,

एक - दूजे के,

बन गए दास।


दो ज़िस्म एक,

चारों ओर ताप ,

बँधन से परे,

प्यार एक एहसास।


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