प्यादा
प्यादा
जन्नत है तुझ में, जहन्नम तू मेरा,
तुझ से ही बना है वजूद मेरा ।
सांस लेते ही तेरा नाम आए,
दिल की धड़कनें तेरी याद लाए ।
खुशबू से तेरी बेशुमार महकता हूं,
तू खुदा है, में तेरा प्यादा हूं ।
तेरी मर्ज़ी चाहें जैसे भी चलाए,
चाहे हरा दे चाहे जिताए ।
सब मैंने तेरे हाथ में सौंप दिया,
फिक्र कैसी!चाहे मार दे चाहे बचाए ।
मैं बंदरिया तू दमदार मदारी,
दुनिया की क्या मजाल जो मुझे नचाए ?
तेरे इशारों पर मैं नाचूँ – कूदूँ ,
फटकार लगाना अगर कभी गलती हो जाए।
बस पकड़ कर तेरे पैर, "बंदगी" करूं
न छोड़ना कभी हाथ, बैठी मैं यही आस जगाए।
