पुरानी किताब
पुरानी किताब
क्या रखा है पुरानी किताबों में ,
कुछ धुंधले से पल ,
कुछ फीके से रंग ,
कुछ प्यार के एहसास ,
कुछ गलतियों के हिसाब ।
क्या करूं अब इन किताबों का ?
नए पन्ने जोड़कर देखूं ?
नए रंग भरकर देखूं ?
दोहरा दी अगर फिर पुरानी कहानी ,
फिर कर बैठे अगर वही गलती पुरानी ,
फिर उसी दर्द को महसूस करूं,
फिर से अधूरी बन कर रहूं?
क्या रखा है पुरानी किताबों में !
सोचती हूं इन्हें गंगा में बहा दूं ,
या खाक करु, जला दूं इन्हे,
क्या रखा है इन पुरानी किताबों में ?
क्या रखा है इन पुरानी किताबों में ?