STORYMIRROR

सामंत कुमार झा 'साहित्य'

Abstract

4  

सामंत कुमार झा 'साहित्य'

Abstract

२०२२ की शुरुआत

२०२२ की शुरुआत

1 min
356

नए साल की शुरुआत बेहतरीन होनी चाहिए,

इस साल हर एक बात बेहतरीन होनी चाहिए।


जो कभी-कभी ही मिलते है परिवार से अपने,

अब मिले तो मुलाकात बेहतरीन होनी चाहिए।


हर दिन एक सा ही गुजरा है अब तक हमारा,

अब हर दिन हर रात बेहतरीन होनी चाहिए।


बहुत चमत्कार दिखाते है ये भगवान हमे पर,

अब हर एक करामात बेहतरीन होनी चाहिए।


बरसात कभी-कभी नुकसान देती है लेकिन,

फसल के लिए बरसात बेहतरीन होनी चाहिए।


कोई बाधा कोई संकट न आए अब सामने,

सफलता से मुलाकात बेहतरीन होनी चाहिए।


जो साल चला गया उसकी क्या सोचे अब,

२०२२ की शुरुआत बेहतरीन होनी चाहिए।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract