पुलिस है चाची
पुलिस है चाची
अच्छे घर की होकर भी वो
गरीब घर की बहु बन गई थी
प्रेम करती थी निभाया उसने
दुनिया को यकीन दिलाया उसने।
नौकरी के लिए घर छोड़ दिया था
सास ससुर ने मुंह बना लिया था
पर पति ने समझा और साथ दिया
उसे तानों की कैद से आजाद किया।
पर किस्मत ने अजीब दांव था खेला
पति गुजर छोड़ गया था अकेला
एक ही बेटी थी मात्र सात साल की
दुनिया बिछड़ गई थी खुुशहाल की।
मां को लग गया था अब सदमा
३ बहु होकर भी कोई न बना अपना
फिर बेटा बन कर आई गांव में वो
सास ससुर को भी साथ लेे गई वो ।