रंग और नूर की शै से मोहलत मिली है तुझको खत्म न हो जाये यह दरियादिली तू याद रखना रंग और नूर की शै से मोहलत मिली है तुझको खत्म न हो जाये यह दरियादिली तू याद रख...
अच्छे घर की होकर भी वो गरीब घर की बहु बन गई थी। अच्छे घर की होकर भी वो गरीब घर की बहु बन गई थी।
उन सज्जन लोगों से मैं पूछता हूँ की तुम्हारे बाज़ार में मेरी कीमत ही क्या है? उन सज्जन लोगों से मैं पूछता हूँ की तुम्हारे बाज़ार में मेरी कीमत ही क्या है?