पुकार लगाई है
पुकार लगाई है
सांसो को रोक आजादी की पुकार लगाई है,
देखा हमने इस देश के वीरों ने अपनी जान गवाई है।
हिमालय की ऊंचाई तक तिरंगा की शान पहुंचाई है
रणभूमि की जंजीरों से निकलकर विजय पताका फहराई है,
देखा हमने इस देश के वीरों ने अपनी जान गंवाई है।
देश प्रेम की भावना को जन-जन तक पहुंचाई है
कुर्बानी की ये मातृभूमि कण-कण में नया रंग लेकर आई है,
देखा हमने इस देश के वीरों ने अपनी जान गवाई है।
दुश्मनों को गले लगाकर एकजुटता की मांगी दुहाई है
खुद को लपेट कफन में देश के प्रति समर्पण की भावना दिखाई है
शमा बनकर देश के वीरों को जान देने की बात बताई है,
देखा हमने इस देश के वीरों ने अपनी जान गवाई है।।