STORYMIRROR

V. Aaradhyaa

Action

4  

V. Aaradhyaa

Action

पत्थरों का ज़माना

पत्थरों का ज़माना

1 min
398

लो आ गया अब जमाना पत्थरों का,

अब कहाँ कोई बैठता नीम के छांव में !


हर तरफ चुनावी चक्र सा चल पड़ा है,

कोयल चुप है तो कागा लगा काँव में !


बड़ी तेज़ धूप और बताश है चारों ओर,

ऐ दिल अब चल चलें ममता की ठाँव में !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action