पर्यावरण-संरक्षण
पर्यावरण-संरक्षण
एक ऐसा संसार हो ,
जिसे हम प्यार से सींचें ...
कहीं कोई प्रदूषण न हो ,
किसी को भी कभी
निश्वास लेने में
तकलीफ़ न हो।
हर तरफ हरे-भरे
पेड़-पौधे हों ...
हरियाली ही हरियाली हो ...
ऐसा अपना संसार हो !
कर्मसंस्कृति का
अंतःकरण से
सुअभ्यास हो ...
इस विश्व की
सही दिशा में
क्रमोन्नति हो ...
यहाँ इंसान
अपना ही नहीं ,
किसी गैर को भी
जीवनशैली उन्नत करने का
हौसला दे सके !
ऐसी अपनी मनोदशा हो !
ऐसा हमारा संसार हो।