प्रतिक्षा
प्रतिक्षा
हम सब प्रतिक्षा में है
हर पल हर क्षण
रात से सुबह होने की
और प्रतिक्षा में स्मरण होता है
प्रेम, त्याग, मोह और सुकून का
इतना भ्रमण करते हुए
मन फिर लग जाता है प्रतिक्षा में
अगली सुबह की.....................!
हम सब प्रतिक्षा में है
हर पल हर क्षण
रात से सुबह होने की
और प्रतिक्षा में स्मरण होता है
प्रेम, त्याग, मोह और सुकून का
इतना भ्रमण करते हुए
मन फिर लग जाता है प्रतिक्षा में
अगली सुबह की.....................!