परिवर्तन
परिवर्तन
राशन कार्ड से नाम कट जाता है
जिस घर को वो कहती थी
उसका हर सदस्य पराया हो जाता है
कितना भी पढ़लिखकर कमाने लगे
उसका पैसा नहीं लिया जाता है
हर पल उसे पराया दिखाया जाता है
औपचारिकताओं को जताया जाता है
हर जगह पता बदल जाता है
एक रस्म होते ही सरनेम बदल जाता है
यूँ तो ससुराल उसका घर कहलाता है
मग़र उस घर में कोई हक नहीं दिया जाता है
उसकी हर आदत को बदल दिया जाता है
जिंदगी भर उसे परखा जाता है
ये परिवर्तन "शुभ-विवाह" कहलाता है
क्या कोई पुरुष कभी ये कर पायेगा ?
