प्रीतमा
प्रीतमा
कहना हो हो हो कहना
कहना है तुमसे प्रीतमा।
दिल की बात तुमसे कहना है,
लेकिन दिल तुुमसे डरता है
दिल अक्सर धड़कता है,
दिल तुुुझपे भरता है
रूठों ना ऐसा ना जाना
दिल ना तोडो ओ मेरी प्रीतमा
कहना हो हो हो कहना
कहना है तुमसे प्रीतमा।
क्यु मेरे पीछे पड़े हों तूम
जान अपनी ना गवाओ तूम
प्यार का चक्कर ना चलाओ तूूम
मैं हाथ ना आउंगी ये जानलो तूूम
पागल की तरह ना घूमोना
मैं तुम्हारी हूं मैं प्रीतमा
कहना हो हो हो कहना
कहना है तुमसे प्रीतमा।